महामारी के कारण से स्कूल-कॉलेजों के बंद होने के बाद से ही ऑनलाइन क्लासेज का ट्रेंड काफी तेजी से बढ़ा है. अलग-अलग कंपनियां अलग-अलग प्लेटफार्म पर ऑनलाइन क्लासेज चलाती हैं. भारत में कई स्टार्टअपस जहाँ अपने कर्मचारियों को निकालने पर मजबूर हैं वहीँ एक ऐसा स्टार्टअप भी है जिसके प्रशंसक भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश में भी मौजूद हैं. उस एक कंपनी का नाम है “PhysicsWallah” (फिजिक्सवाला). अलख पाण्डेय का एड टेक स्टार्टअप फिजिक्सवाला एक ऐसा नाम है जिसे भारत ही नहीं, पड़ोसी देशों के छात्र भी जानते हैं. आपको बता दें की भारत के युनिकॉर्न कंपनियों में यह कंपनी 101वां स्थान पर है.
अभिनेता बनना चाहते थे अलख पांडेय
हर इन्सान का एक सपना होता है, कोई डॉक्टर बनना चाहता है तो कोई इन्जीनियर. उसी प्रकार अलख पाण्डेय (Alakh Pandey) का भी सपना था कि वे एक अभिनेता बने. इसके पीछे की वजह यह थी कि उन्होंने स्कूल-कॉलेजों में कई सारे नुक्कड़ नाटकों में हिस्सा लिया था. लेकिन घर की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से जब वे 8 वीं कक्षा के छात्र थे, तभी से ट्यूशन पढ़ाना शुरु कर दिए थे.
शुरु किया ट्यूशन पढ़ाना
शुरुआत से ही अलख पढ़ाई में काफी होशियार थे. अलख को 10वीं की परीक्षा में 91% और 12वीं की परीक्षा मे 93.5% हासिल हुए थे. चूंकि अलख के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, ऐसे में स्कूली शिक्षा पूरी होने के बाद उन्होंने एक कोचिंग सेंटर में बच्चों को पढ़ाने का काम शुरू किया. इस काम के लिए उन्हें महीने के 3 हजार रुपये मिलते थे. परिस्थितियां ऐसी बनीं की पिता सतीश पाण्डेय और माँ रजत पाण्डेय ने बेटे अलख और बेटी अदिति को पढ़ाने के लिए घर तक बेच दिया था. लेकिन आज उनके होनहार बेटे ने 1.1 अरब डॉलर की कंपनी खड़ी करके अपने माता-पिता का नाम रौशन कर दिया.
ऐसे हुई चैनल की अधिकारिक शुरुआत
अलख पांडेय आगे पढ़ना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने B.TECH की पढ़ाई करने के लिए HBTI कानपुर में दाखिला ले लिया. साल 2015 में कॉलेज की पढ़ाई खत्म होने के बाद वे उसी कॉलेज में शिक्षक के तौर पर बच्चों को पढ़ाने लगे. पढ़ाने के दौरान ही वे अपना लेक्चर रिकॉर्ड करते और उसे अपने यूट्यूब चैनल फिजिक्सवाला पर अपलोड कर देते थे. हालांकि, इस चैनल की आधिकारिक शुरुआत वर्ष 2017 में हुई थी.
धीरे-धीरे मिला लोगों का साथ
आजकल के अधिकांश युवा सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं जिनके लिए यूट्यूब पर अलग-अलग प्रोग्राम्स चलाए जाते हैं.
अलख पांडेय भी वैसे छात्रों के लिए वीडियों बनाकर डालते थे, जो छात्र सरकारी नौकरी की तैयारी में जुटे थे. उनके वीडियों को छात्रों का भरपूर प्यार मिला और धीरे-धीरे उनके चैनल के सब्सक्राईबर्स और व्युज में बढ़ोतरी होने लगी. उन्होंने जब देखा कि उनके इस काम को लोगों का समर्थन मिल रहा, उस समय उन्हें यह एहसास हुआ कि वे इसी फील्ड में बेहतर कर सकते हैं.
खुद का एक एप बनाया
किसी भी काम की शुरुआत धीरे-धीरे शुरू होती है. अलख सर ने भी लागतार 3 वर्षों तक वीडियों बनाकर यूट्यूब डालते रहें. लेकिन उनके काम को असली पहचान कोरोना पैंडमिक के दौरान मिली. वह चाहते थे कि कुछ ऐसा किया जाए, जिससे JEE और NEET की तैयारी करनेवाले छात्रों के प्रश्नों को हल किया जा सके. साथ ही उनको तैयारी के लिए कम फीस में ऑनलाइन कोचिंग की सुविधा भी मिल सके. इसके लिए उन्होंने एक एप बनाया और उसका नाम भी उन्होंने फिजिक्स वाला रखा.
आज हैं 7 मिलियन से अधिक सब्सक्राईबर्स
शुरु-शुरु में वे स्वयं ही फिजिक्स और केमेस्ट्री का ऑनलाइन क्लासेज देते थे. उनकी क्लास के प्रति बच्चे काफी आकर्षित हुए और देखते-ही-देखते सिर्फ कुछ ही दिनों में 50 लाख लोगों द्वारा PW एप डाउनलोड कर लिए गए. उनके यूट्यूब चैनल पर भी सब्स्क्राइबर्स की संख्या 70 लाख से अधिक हैं.
अलख ने 4 करोड़ रूपए के ऑफर को ठुकराया
अनअकादेमी एक ऑनलाइन क्लासेज चालने वाली प्लेटफोर्म है. जिसने अलख पाण्डेय को अपने प्लेटफोर्म पर पढ़ाने के लिए 4 करोड़ रूपए के पैकेज को मानने से इंकार कर दिया. उसके बाद साल 2020 में उन्होंने फिजिक्स वाला चैनल को कंपनी एक्ट में रजिस्टर्ड करवा लिया है. जिससे वह अब कंपनी में बदल गया है. अब उनकी कंपनी का सालाना नेटवर्थ 1.1 अरब डॉलर है. भारत के यूनीकॉर्न कंपनियों की लिस्ट में 101वें स्थान पर है. यह मुकाम हासिल करने वाली देश की पहली एडुटेक कंपनी है.
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